दिल को छु जाने वाले गीत बनाते हैं Rahgir: A Musician from Rajasthan

आज हम बात करने वाले हैं Rahgir के बारे जिनके गीतों में आपको एक आम इंसान के जीवन की झलक नज़र आएगी। उनके हर एक गीत में कोई न कोई कहानी या मुद्दा ज़रूर होता है। इस आर्टिकल में हम उनके संगीत ही नहीं उनके जीवन के बारे में भी जानेंगे।

Rahgir: संगीतकार, कवी, और लेखक

Rahgir का असली नाम “सुनील कुमार गुर्जर” है और ये राजस्थान के सीकर जिले के खंडेला के पास के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म 18 मई 1993 में हुआ था। राहगीर अपने गांव के पहले इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं और कॉलेज के दिनों से ही इन्होने कविताएं लिखना शुरू कर दिया था। राहगीर Country म्यूजिक से काफी प्रेरित हैं, उन्हें लोक गीत सुनना भी काफी अच्छा लगता है।

लेखक Rahgir

हमारे प्यारे गुर्जर भाई सिर्फ गाते ही नहीं हैं, बल्कि उन्होंने एक किताब भी लिखी है। किताब का नाम “कैसा कुत्ता है”, Amazon पर उपलब्ध है। अगर आप चाहे तो इस लिंक पर क्लिक कर के देख सकते हैं। मुझे लगता है इस किताब का ज़िक्र उन्होंने अपने एक गीत “भाई राहगीर” में भी किया है।

Rahgir on The Lallantop

संगीतकार Rahgir

तो जैसा की हमने पहले भी बताया राहगीर Country Music से इंस्पायर्ड हैं साथ ही Folk Music में भी उनकी काफी रुची है। इसी वजह से उनके ज़्यादातर गीत किसी कहानी या किसी सोशल कॉज पर आधारित होते हैं। उनके गीतों आपको गांव और राजस्थान की एक झलक आप हमेशा देखेंगे।

जैसा की नाम से ही लगता है राहगीर को Live शोज करना ज़्यादा पसंद है। उनका मानना है की घूम-घूम कर अपने गीतों के ज़रिये audience को प्रेरित करते हैं। मशहूर गीत जैसे की “कच्चा घड़ा” काफी प्रेरणा दायी हैं साथ ही उनका नया गीत “तन खा गयी तन्खा” से तो हर कोई नौकरी पेशा खुद को relate कर सकता है।

Rahgir की Popularity

अगर बात हो Popularity की तो ये राजस्थान का छोरा किसी से काम ना है। Rahgir सभी popular Social Media प्लेटफॉर्म्स पर छाए हुए हैं।

BBC Hindi के साथ उनके ये वीडियो उनकी पॉपुलैरिटी का जीता जागता सबूत है।

अगर आंकड़ों की बात की जाये तो Rahgir के Instagram फॉलोवर्स की संख्या 900k है और यही ये सबसे ज़्यादा एक्टिव भी रहते हैं। YouTube पर भी उनके 409K Subscribers हैं।

लेकिंन अगर हम Twitter यानि X की बात करें तो Rahgir के आखिरी पोस्ट के अनुसार ऊहोने X छोड़ दिया है।

Rahgir का अगला show बेंगलुरु में है और अगर आप उनको Live देखने का आनंद उठाना चाहते है तो BookMyShow से आप अपने टिकट्स बुक करवा सकते हैं।

निष्कर्ष

मेरा यह मानना है की एक कलाकार के तौर पर राहगीर और भी काफी topics के ऊपर गीत लिख सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर वो प्यार, रोमांस, और मोहब्बत के गीत लिखते या शेर औ शायरी करते तो शायद वो ज़्यादा पॉपुलर होते और उन्हें इतना ट्रेवल भी नहीं करना पड़ता क्यूंकि सब यही सुनना चाहते हैं। ऐसे Independent Folk Artist की भारत में बहुत कमी है।

इनसे मिलते जुलते अगर किसी और artist की बात की जाये तो एक और नाम सामने आता है और वो हैं पियूष मिश्रा। उनकी कविताएं और बोलने का अंदाज़ ऐसा है की मानो मुर्दे में भी जान फूंक दें। उनकी “आरम्भ है प्रचण्ड” कविता बेहद प्रसिद्ध है।

अगर आपने कभी राहगीर को नहीं सुना है तो एक बार उन्हें ज़रूर सुनें और comment करके बताएं की आपका सबसे पसंदीदा गीत कौन सा है।

राहगीर की ही एक पंक्ति के साथ मैं अपने आर्टिकल को समाप्त करना चाहूंगा “It’s a Folk singer’s job to disturb the comfortable people and to comfort the disturbed people.”

आर्टिकल पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें और KoVo के WhatsApp और Telegram Channel को Join करले ताकि कोई भी लेटेस्ट पोस्ट मिस न हो जाये।

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.