Kota to Ayodhya जाने के क्या क्या साधन उपलब्ध हैं, कितना समय लगता है और वह जा कर हम कहा रुक सकते हैं अथवा दर्शन का समय क्या है। यह संपूर्ण जानकारी हम इस पोस्ट में देने वाले हैं। तो अगर आप भी अयोध्या जा कर राम लल्ला के दर्शन करने की इच्छा रखते हैं तो इसे ज़रूर पढ़ें और अपने साथियो के साथ इस जानकारी को साझा करें।
Table of Contents
Kota to Ayodhya by Road
अगर आप Kota to Ayodhya अपने वाहन से जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपको बता दें, की Google Map के हिसाब से कोटा से अयोध्या की दूरी लगभग 771KM है।
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अपने वाहन से जाने से पहले कुछ बातो का रखना होगा ख्याल:
- सामान्य रूप से आप अपने वाहन से भी अयोध्या जा सकते हैं। हनुमानगढ़ी और कनक भवन का मार्ग संकरा है और यहाँ आपको अपने वाहन को निकलने में थोड़ी परेशानी है। शेष अयोध्या में काेई दिक्कत नहीं है।
- शहर में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए टैक्सी मिल जाती है। जन्मभूमि स्थान पर ई-गोल्फ कार्ट की व्यवस्था भी है।
- अयोध्या के सभी प्रवेश मार्गो पर वाहन पार्किंग बनाई गई है।
Kota to Ayodhya Bus सेवा
दोस्तों अगर आप सड़क मार्ग से अयोध्या जाना चाहते हैं तो हम आपको बता दें की अयोध्या कोटा से लगभग 771KM दूर है। इस सफर में आपको लगभग 14 घंटे या उससे ज्यादा भी लग सकते हैं। हाल ही में राजस्थान की भजन लाल सरकार ने अयोध्या के लिए नयी बसों की घोषणा की थी जिसके तहत कोटा से अयोध्या के लिए रोज़ सुबह 06.30 बजे कोटा से अयोध्या धाम के लिए रवाना होती है। इसके किराये की बात की जाये तो 1132 रुपये वयस्क के लिए और 640 रुपये बच्चो का किराया है। अगर बस के Route की बात की जाये तो कोटा से दौसा होते हुए भरतपुर से आगरा, लखनऊ और फिर अयोध्या धाम पोहोचति है।
अब अगर हम प्राइवेट बसों की बात करें तो इसमें भी आपके पास सिर्फ 2 ही विकल्प हैं। लेकिन हाँ बस अच्छी हैं और लम्बे सफर के हिसाब से आरामदायक भी हैं। आइये इनके बारे में विस्तार से बात करते हैं:
- हमारा पहला विकल्प है “Anshi Raj Shree Travels” की बस यह बस Red Bus पर Primo सर्टिफाइड है यानि Best in Class है। यह शाम 5 बजे Nama Travels केशवपुरा से रावण होती है और अगले दिन सुबह 07:45 पर अयोध्या धाम पोहोचा देगी। बस की बात करे तो Bharat Benz की AC Seater / Sleeper (2+1) बस है इसमें आपको Live Tracking, Flexi-Ticket, Emergency Contact Number जैसे फीचर्स मिलते हैं। किराये की बात करे तो 1399 से चालू हो कर 2799 तक जाती है। जिसमे Sleeper की कीमत ज़्यादा रहती है।
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- हमारा दूसरा विकल्प है “Jai Shrinath Ji Ki Travels” जो शाम 7 बजे नया नोहरा से चलती है और अगले दिन सुबह 10:30 बजे अयोध्या पोहोचा देगी। लेकिन यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है की “Jai Shrinath Ji Ki Travels” वाले कभी Non-AC बस चला रहे हैं तो कभी Bharat Benz की शानदार AC बस और किराया दोनों का बराबर है। तो आप बुकिंग करने से पहले देखलें की बस कौनसी है।
चलिए यह तो हो गयी Bus सेवा की बात अब बात करते हैं ट्रैन की।
Kota to Ayodhya Train
कोटा से अयोध्या पहुंचने वाली कुछ प्रमुख ट्रेनें और उनका समय:
शहर | ट्रेन का नाम | प्रस्थान | अयोध्या आगमन | हफ्ते में कब |
कोटा | कोटा-पटना एक्स. | 06:10 शाम | 09:48 सुबह | गुरु, शुक्र, शनि |
अमृतसर | सरयू यमुना एक्स. | 01:05 दोपहर | 08:51 सुबह | सोम, बुध, शनि |
अहमदाबाद | साबरमती एक्स. | 11:10 रात | 04:22 सुबह | सोम, मंगल, गुरु, शनि |
जयपुर | मरुधर एक्स. | 01:40 दोपहर | 04:43 सुबह | सोम, गुरु, शनि |
भाेपाल | YPR GKP एक्स. | 03:35 रात | 04:24 दोपहर | शनि |
इंदौर | IND B PNBE एक्स | 01:55 दोपहर | 07.45 सुबह | शनि |
मुंबई | साकेत एक्स. | 06.00 सुबह | 08.00 सुबह | बुध, शनि |
कोलकाता | KOAA JAT एक्स | 11.45 दोपहर | 06.21 सुबह | रोजाना |
बेंगलुरु | YPR GKP एक्स | 11.40 रात | 04.24 दोपहर | बुध |
अब बात करते हैं कुछ और विकल्पों की जिसके चलते आपको दिल्ली होते हुए अयोध्या पोहोच सकते हैं।
शहर | ट्रेन का नाम | प्रस्थान | अयोध्या आगमन | हफ्ते में कब |
---|---|---|---|---|
दिल्ली | वंदे भारत एक्स. | 6:10 सुबह | 2:30 दोपहर | सोम, मंगल, गुरु शुक्र, शनि, रवि |
दिल्ली | अयोध्या एक्स. | 6:20 शाम | 07:15 सुबह | रोजाना |
दिल्ली | कैफियत एक्स. | 8:25 शाम | 06:56 सुबह | रोजाना |
कई विशेष ट्रेनें भी चलाई जनि है
- रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों को अयोध्या जी से जोड़ने वाली 1,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। ये ट्रेनें 19 जनवरी से 100 दिनों तक चलाने की योजना है। इन ट्रेनों के बारे में आप अपने शहरों से पता कर सकते हैं।
- दिल्ली,मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता , नागपुर, लखनऊ, जम्मू और कश्मीर सहित अन्य शहरों से ट्रेन चलाने की योजना है।
रामलला दर्शन
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। यदि आप भी अयोध्या जाने का प्लान कर रहे हैं तो kotavocal की इस अयोध्या ई-गाइड में आपको मिलेगी संपूर्ण जानकारी। इसमें वो सभी जानकारियां संकलित की गई हैं, जो अयोध्या पहुंचने से लेकर शहर में घूमने तक में मदद गार साबित होंगी।
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राम मंदिर दर्शन का समय?
आइये जानते हैं की राम मंदिर में दर्शन का समय क्या है:
समय स्लॉट | सुबह | दोपहर | शाम |
---|---|---|---|
आरंभ | 6:30 AM | 2:30 PM | – |
समाप्त | 12:00 PM | 10:00 PM | – |
टिप्पणी | (समय में परिवर्तन संभव) |
मंदिर में दर्शन कैसे होंगे?
- राम मंदिर परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर की दूरी करीब 200 मीटर है। यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए बुजुर्गों और विकलांगों के लिए व्हीलचेअर की सुविधा भी उपलब्ध है।
- मंदिर में आपको सिहं द्वार होते हुए 32 सीढ़ी चढ़कर राम मंदिर में प्रवेश करना होगा। इसके बाद आप पांच मंडप पार करके गर्भ गृह में रामलला के दर्शन 30 फीट दूरी से कर पाएंगे।
रामलला की आरती का समय क्या है?
आइये जानते हैं की रामलला :
आरती | समय |
---|---|
मंगला आरती | सुबह 4.30 बजे |
शृंगार आरती | सुबह 6.30 से 7.00 बजे |
भोग आरती | 11.30 बजे |
मध्यान्ह आरती | दोपहर 2.30 बजे |
संध्या आरती | शाम 6.30 बजे |
शयन आरती | रात 8.30 से 9.00 बजे |
- रामलला के VIP दर्शन और मंगला व शृंगार आरती के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अभी कोई व्यवस्था घोषित नहीं की है। शृंगार, भोग और संध्या आरती में भक्त शामिल हो सकेंगे।
- भगवान दिन में ढाई घंटे (दोपहर 12 से ढाई बजे तक) विश्राम करेंगे। इस दौरान गर्भ गृह के पट बंद रहेंगे।
इतना ही नहीं आप रामलला की आरती में भी शामिल हो सकते हैं। इसके लिए आपको विशेष पास लेना होगा। आइये जानते हैं कैसे?
पास की ऑफलाइन व्यवस्था
आरती में शामि ल होने के नियम ट्रस्ट तय कर रहा है। अभी ट्रस्ट द्वारा पास बनाया जाता है। ऑफलाइन पास श्रीराम जन्मभूमि कैंप ऑफिस से बनता है। इसके लिए आईडी प्रूफ देना अनि वार्य होता है।
ऑनलाइन व्यवस्था
आप श्री राम जन्मभूमि की official वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पास के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसके आलावा मंदिर में VIP दर्शन की कोई आधिकारिक व्यवस्था, टिकट या शुल्क नहीं है। अभी व्यवस्थाएं तय की जा रही हैं, जब होगी तो हम उनकी जानकारी भी साझा करने की कोशिश करेंगे।
अयोध्या में राम मंदिर के पास ठहरने के प्रमुख स्थान
अयाेध्या में ठहरने की व्यवस्था लगातार बढ़ रही है। आसपास 5 किमी के दायरे में ही बहुत अच्छी व्यवस्था है। आइये जानते हैं राम मंदिर के आस-पास ठहरने के मौजूद चुनिदां स्थानों के बारे में:
स्थान | कितने रूम | किराया (रु.) | मंदिर से दूरी | फोन नंबर |
जैन धर्मशाला | 50 | 500 से 2000 | 1.5 किमी | 6260363 801 |
राम वैदेही मंदिर धर्मशाला | 200 | 1000 से 3000 | 2 किमी | 7570088000 |
कनक महल | 50 | 1000 से 3000 | 2 किमी | 9682958388 |
राम होटल | 50 | 1000 से 3000 | 1 किमी | 9415140674 |
रामप्रस्थ होटल | 40 | 1000 से 3000 | 2 किमी | 8115000098 |
रमीला कुटीर | 25 | 5,000 रुपए | 2 किमी | —– |
रामायणम होटल | 40-50 | 20,000 तक | 3 किमी | —– |
5 से 7 किलोमीटर के दायरे में यह होटल भी
पंचशील होटल, शान-ए-अवध होटल, कृष्णा होटल, ताराजी रिसार्ट आदि। इन सभी होटलों का किराया एक हजार से लेकर 10 हजार तक है। यह सभी राम मंदिर से 5 से 7 कि लोमीटर दूर हैं।
आपको बता दें, पूरी अयोध्या शाकाहारी है। कई होटलों में बिना प्याज और लहसुन से बना भोजन भी मिलता है। जानकी महल और जैन धर्मशाला में भी बिना प्याज और लहसुन का भोजन मिलता है।
प्रमुख दर्शनीय स्थल
अब आपको अयोध्या में भगवान राम से जुड़े उन प्रमुख स्थानों के बारे में बताते हैं जहां आपको जाना चाहिए। इन स्थानों पर भगवान राम के चिन्ह मौजूद हैं। ये स्थान राम मंदिर के आसपास ही हैं।
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हनुमानगढ़ी का महत्व:
हनुमानगढ़ी राम मंदिर से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। रामलला के दर्शन से पहले हनुमान मंदिर के दर्शन करने की परंपरा रही है। मंदिर में जाे मूर्ति है, उसमें हनुमान जी मां अंजनी की गोद में दिखाई देते हैं।
खुलने का समय- सुबह 4.00 बजे से रात 10.00 बजे तक खुला रहता है।
छोटी देवकाली:
यह माता सीता की कुल देवी का मंदिर है इसकी दूरी राम मंदिर से 1 किमी है। मान्यता है कि उन्होंने यहां माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित की थी और वे यहां पूजा करने आया करती थीं।
खुलने का समय – सुबह से रात तक
कनक भवन:
माता कैकेयी ने श्रीराम और देवी सीता को यह भवन उपहार में दिया था, इसकी राम मंदिर से दूरी 1KM है। यह उनका व्यक्तिगत महल था। 1885 में ओरछा रियासत की महारानी वृषभानु कुँवरी जूदेवी ने वर्तमान भवन का निर्माण करवाया था। मंदिर के मुख्य गर्भ गृह में श्रीराम और माता सीता जी की प्रतिमा स्थापित है।
खुलने का समय – सुबह 9.00 बजे से दोपहर 11. 30 बजे तक और शाम 4.30 से रात 9.30 तक।
सीता रसोई:
राम जन्म भूमि के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित सीता की रसोई एक प्राचीन रसोई है जिसकी दूरी भी राम मंदिर से 1KM है। इसका उपयोग सीता जी किया करती थीं।
खुलने का समय – सुबह से रात तक।
सरयू तट:
अयोध्या में 14 प्राचीन घाट हैं। हर घाट से जुड़ी कुछ प्राचीन मान्यताएं है। पर्व के समय इन घाटों पर भक्त पवित्र स्नान करने जुटते हैं। यह घाट मंदिर से 2KM दूर है।
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मणिराम दास छावनी:
इस मंदिर का अपना अलग महत्व है। यहाँ आमने-सामने दो हवेलियां हैं जहाँ के वाल्मीकि भवन की दो मंजिलों की दीवारों पर संपूर्ण वाल्मीकि रामायण अंकित है।
रामलला सदन:
अयोध्या में यह पहला ऐसा मंदिर है, जिसे द्रविड़ शैली में बनाया गया है। यह भगवान श्रीराम के कुलदेवता भगवान विष्णु के स्वरूप भगवान रंगनाथन का मंदिर है।
दशरथ महल:
राजा दशरथ ने यह महल बनवाया था, हालांकि बाद में इसका कई बार जीर्णोद्धार हुआ। यहां भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और भरत की मूर्तियां स्थापित हैं।
रंग महल:
इस मंदिर के संत खुद को सीता जी की सखी मानते हैं। मान्यता है कि विवाह के बाद इस मंदिर में माता सीता की मुंह दिखाई रस्म हुई थी।
अयोध्या के पास यह 4 तीर्थ भी देखें
स्थान | महत्व | अयोध्या से दूरी | |
1 | भरत कुंड | श्रीराम की पादुका रखकर भरत ने यहीं से 14 साल शासन किया था। | 16 किलोमीटर |
2 | गुप्तारघाट | यहाँ भगवान श्रीराम ने जल समाधि ली थी। वे यहीं से साकेतधाम चले गए थे। | 10 किलोमीटर |
3 | मखभूमि | यहाँ भगवान श्रीराम के जन्म के लिए राजा दशरथ ने यज्ञ किया था । | 20 किलोमीटर |
4 | सूर्य कुंड | यहां भगवान सूर्य का मंदिर और कुंड है। | 3 किलोमीटर |
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अयोध्या के लिए कितने दिन का प्लान?
अयोध्या के लिए कम से कम पूरे एक दिन का समय रखें। और अगर आप ठीक से अयोध्या के आस पास के सभी प्रमुख स्थानों को देखना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कम से कम तीन दिन का प्लान बनाना होगा।
अयोध्या में साल के प्रमुख उत्सव
- अयोध्या में रामनवमी, दीपावली दोनों पर खास उत्सव का माहौल होता है। इन दिनों यहां भक्त बड़ी संख्या में आते हैं।
- चैत्र, कार्तिक और सावन में यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
- सावन झूला मेला (जुलाई-अगस्त) यहां देखने लायक होता है।
- अक्टूबर-नवंबर में 14 कोसी परिक्रमा के साथ यहां कार्तिक मेला लगता है।
- हर माह पूर्णिमा पर सरयू स्नान के दौरान यहां उत्सव का माहौल रहता है।
दोस्तों यह थी Kota to Ayodhya जाने की संपूर्ण जानकारी। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी। अगर आप अयोध्या जा कर हमारे रामलला के दर्शन कर चुके हैं तो हमे comment कर के बताएं और हमसे कोई जानकारी छूट गयी हो तो हमे बताएं ताकी हम इस लेख को update कर सकें और अयोध्या जाने वाले बाकि श्रद्धालुओँ को इसका लाभ मिल सके।
जय श्री राम।
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